ज्ञानवापी पर अखिलेश को ‘ज्ञान’ देना पड़ा भारी, दिल्ली में SC ने वकील ने दर्ज कराई शिकायत, FIR दर्ज करने की मांग

वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) में शिवलिंग मिलने के दावे को लेकर यूपी से लेकर दिल्ली तक घमासान मचा हुआ है। इस बीच शिवलिंग को लेकर टिप्पणी करने के मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मुसीबत बढ़ती नजर आ रही है। दिल्ली के एक वकील ने मस्जिद में शिवलिंग मिलने के दावे पर टिप्पणी करने को लेकर अखिलेश यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थान से अखिलेश यादव की टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। विनीत जिंदल ने अपनी शिकायत में अखिलेश यादव पर आरोप लगाया है कि मुस्लिम वोट बैंक के लिए उन्होंने हिंदुओं की भावना का अनादर किया है।

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दरअसल, सपा चीफ अखिलेश यादव ने बुधवार को अयोध्या में हिंदू आस्था को लेकर विवादास्पद बयान दिया। ज्ञानवापी सर्वे को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हिंदू धर्म में कहीं पर भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन गया। यही नहीं, उन्होंने इशारों ही इशारों में बाबरी मस्जिद की भी याद दिलाई और कहा कि एक समय था जब रात के समय मूर्तियां रख दी गई थीं।

इससे पहले भी उन्होंने ज्ञानवापी मामले को मूल मुद्दों से भटकाने की कोशिश करार दिया था और कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद बहुत पुरानी है। ये भाजाप द्वारा जानबूझकर की जा रही साजिश है। उन्होंने कहा कि भाजपा के अदृश्य सहयोगी जो समय-समय पर बाहर निकल कर आते है और जानबूझकर नफरत के बीज बोते हैं।

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