कोरोना वैक्सीन के लिए योगी सरकार की तैयारी पूरी, जानिए किसे मिलेगी पहले ?

भारत में कोरोना संक्रमितों की (coronavirus in india) संख्या 89 लाख 12 हजार से अधिक हो गयी है. जबकि अब तक संक्रमण से 1 लाख 31 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. देश की राजधानी दिल्ली समेत की राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर आ गई है. हर दिन मामले बढ़ रहे हैं, इनपर कैसे लगाम लगाया जाे इसके लिए सरकारें योजनाएं बना रही हैं. इसी बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार(Yogi Adityanath) कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज के लिए जगह तैयार करने में जुटी हुई है. प्रदेश के 22 जिलों में कोरोना वैक्सीन स्टोरेज रूम बनाए जा रहे हैं. सरकार करीब 4 करोड़ वैक्सीन रखने की तैयारी कर रही है. 


इन्हें सबसे पहले मिलेगी वैक्सीन

उत्तर प्रदेश में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों का डेटा भी तैयार हो रहा है.  सरकारी और निजी क्षेत्र में काम कर रहे करीब 7.30 लाख स्वास्थ्य कर्मी होंगे, जिन्हें ये टीका सबसे पहले लग जाएगा. इनमें डॉक्टर से लेकर सफाई कर्मी तक शामिल होंगे. सरकार की ओर से अब तक 5.30 लाख लोगों का का डेटा तैयार भी हो चुका है.  दूसरे चरण में 50 साल से ज्यादा आयु के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, जिनकी यूपी में संख्या लगभग साढ़े तीन करोड़ से अधिक है. इसके बाद 40 से अधिक आयु के लोगों को लगेगी, जिसकी जिसकी संख्या डेढ़ करोड़ से ज्यादा है.


कोरोना पर एक कदम आगे बढ़ी योगी सरकार

देश में भले ही कोरोना वैक्सीन अभी ट्रायल चल रहा है लेकिन यूपी सरकार ने एक कदम आगे बढ़ते हुए उसके स्टोरेज, कोल्ड चेन के निर्माण पर भी काम शुरू कर दिया है. इसके तहत सभी जिलों में वैक्सीन स्टोर के लिए जगह खोज ली गई है. जिसमें 22 जिले ऐसे थे जहां उपयुक्त स्थान नहीं था तो वहां अब निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा वैक्सीन को स्टोर करने के लिए 1600 उपकरण भी मंगाए जाएंगे, जिसका ब्यौरा तैयार हो गया है. यूपी में अभी 3500 उपकरण मौजूद हैं जबकि 1600 उपकरण मंगवाने की सूची तैयार की गई है, ताकि वैक्सीन की कोल्ड चेन मेंटेन रखा जा सके . यूनिसेफ से मिल कर उत्तर प्रदेश सरकार ये सारा काम कर रही है.


WHO से भी मिली तारीफ

सीएम ने कोरोना की लड़ाई के यूपी मॉडल पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मिली तारीफ पर यूपी की जनता को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उठाए कदमों की डब्लूएचओ से मिली प्रशंसा यह सिद्ध करती है कि प्रदेश सरकार ने सही रणनीति लागू की. हालांकि, विभिन्न देशों व देश के कई राज्यों में कोविड की सेकेंड वेब देखने को मिल रही है. इसलिए हर स्तर पर पूरी सतर्कता बनाए रखते हुए आईसीयू बेड की पर्याप्त उपलब्धता रखें.


बाहर से आने वाले यात्रियों का रैंडम टेस्ट कराएगी सरकार

इस बीच देश के कई हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूपी की योगी सरकार ने बाहर से आने वाली प्रमुख ट्रेनों, विमानों और बसों के यात्रियों का रैंडम आधार पर एंटीजन टेस्ट कराने का निर्देश दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि जिन जिलों में अधिक कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं, वहां कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए और फोकस टेस्टिंग की जाए. साथ ही जिन जिलों में कोरोना के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं वहां पर तैयारियां बढ़ाने और हालात से निपटने की सलाह दी है. राज्य की सीमाओं पर निगरानी बढ़ाने को कहा गया है.


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