बिहार विधानसभा में शुक्रवार को राष्ट्रगान के अपमान को लेकर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ तीव्र विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा परिसर और सदन के अंदर भी प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से माफी की मांग की। विपक्ष का आरोप था कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का अपमान किया है, और उन्हें 140 करोड़ भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने भाजपा के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप
गुरुवार को पटना के एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, जब राष्ट्रगान बज रहा था, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने समर्थकों को अभिवादन करते हुए दिखाई दिए। इस घटना को लेकर विपक्षी दलों में गहरा आक्रोश था। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का सम्मान नहीं किया और इसे अपमानित किया। इस पर विपक्ष ने विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लेकर विपक्षी सदस्य सामने आए।
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तेजस्वी यादव का हमला
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह कृत्य देश की 140 करोड़ जनता के लिए अपमानजनक था। उन्होंने मुख्यमंत्री के मानसिक स्थिति पर चिंता जताई, लेकिन यह स्पष्ट किया कि राष्ट्रगान का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसके बाद तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव दिया, जिसमें उन्होंने मांग की कि इस घटना पर पूरी विधानसभा में बहस हो और मुख्यमंत्री को देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर हमला
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को भी घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री मोदी के करीबी हैं, लेकिन राष्ट्रगान के अपमान पर मोदी ने एक भी ट्वीट नहीं किया। इसके साथ ही, उन्होंने भाजपा के नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के दो उपमुख्यमंत्री भी इस मामले पर चुप हैं, जो कि बिल्कुल असंवेदनशीलता का प्रतीक है।
डिप्टी सीएम पर मुकदमा चलाने की मांग
तेजस्वी यादव ने जोर देकर कहा कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए और डिप्टी मुख्यमंत्री पर भी मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे गंभीर मामले में मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए और देशवासियों को यह संदेश देना चाहिए कि राष्ट्रगान का सम्मान सर्वोपरि है।
विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
राष्ट्रगान के अपमान के इस मामले में विपक्ष ने विधान परिषद के पोर्टिको में भी प्रदर्शन किया। राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं ने सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से माफी की मांग की। विपक्ष का कहना था कि यह मामला सिर्फ राजनीति का नहीं, बल्कि देश की अस्मिता से जुड़ा हुआ है।
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विजय चौधरी ने किया मुख्यमंत्री का बचाव
वहीं, बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने सदन में इस मुद्दे पर हंगामे के बीच मुख्यमंत्री का बचाव किया। उन्होंने कहा कि कार्य स्थगन का समय निर्धारित होता है और देश जानता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्र और राष्ट्रगान का कितना सम्मान करते हैं। यह पूरा विवाद बिहार विधानसभा के अंदर और बाहर बड़ी बहस का कारण बना है, जहां विपक्ष ने मुख्यमंत्री से राष्ट्रगान का अपमान करने के मामले में माफी की मांग की है, जबकि सत्ताधारी पक्ष ने इसका बचाव किया है।
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