जब शौचालय को ही युवती ने बना लिया अपना आशियाना

रायबरेलीः क्या आपने कभी शौचालय को आशियाने की तरह इस्तेमाल होते हुए देखा है। जवाब यही होगा नहीं। आज हम आपको वीवीआइपी जिला कहा जाने वाला जनपद रायबरेली से एक ऐसी न्यूज बताएंगे जिसे देखकर आपका माथा ठनक जाएगा।

 

सरकारी योजनाओं चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो या फिर और कोई, इसका लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है। यहां गरीब व बेसहारा लोगों के लिए शौचालय ही आशियाना बन जाता है।

 

दीवार पर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा है इज्जत घर। यह वाकई में गरीबों, बेसहारों और बेघरों का इज्जत घर है। बारिश के दिनों में गरीबों व बेसहारों के लिए छत न होने के कारण लोग इज्जत घरों को अपना आशियाना बना रहे हैं।

 

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शौचालय में खाना पकाया जा रहा है। यह तस्वीर कही और की नहीं बल्कि सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के बछरांवा ब्लाक के सारी खेड़ा मजरे नीम टीकर गांव की है।

 

दरअसल इस गांव की रहने वाली भानवती बहुत ही गरीब है। इसके तीन छोटे छोटे बच्चे हैं। इसके पास सर छुपाने के लिए छत तक नही है। पहले तो यह खुले आसमान के नीचे अपने परिवार समेत जीवन यापन कर रही थी पर इस समय हो रही आफत की बारिश के चलते इसने अपने शौचालय को ही अपना आशियाना बना लिया है।

 

शौचालय में गृहस्थी का सामान रखा हुआ है। बकायदा इज्जत घर में ही खाना पकाया जा रहा है। पीड़ित व ग्रामीणों की माने तो इसको आज तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। कई बार ब्लाक से लेकर ग्राम प्रधान व विधायक तक को इसके दर्द से अवगत करवाया गया, पर कोई सुनने वाला नहीं है।

 

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