उत्तर प्रदेश विधानमंडल सत्र के दूसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में वित्त वर्ष 2023- 24 का अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) पेश किया। 28,760.67 करोड़ के अनुपूरक बजट में 1946.39 करोड़ रुपये राजस्व खर्च के लिए और 9714 करोड़ रुपये पूंजी खर्च के लिए रखे गए हैं। वहीं, नई योजनाओं के लिए 7421.21 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है।
प्रदेश के चतुर्मुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार
वहीं, अनुपूरक बजट को लेकर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के चतुर्मुखी विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। आज अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। विभिन्न कार्य योजनाओं को हम पूरा करेंगे।
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वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और दिग्गज नेता शिवपाल सिंह यादव ने योगी सरकार के अनुपूरक बजट पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। शिवपाल ने दावा करते हुए कहा है कि राज्य के किसी भी विभाग का 50 फीसदी से अधिक बजट खर्च ही नहीं हुआ है। उन्होंने योगी सरकार पर केवल आंकड़ों में फंसाने का आरोप लगाया है।
अनुपूरक बजट में खास
- वित्तीय वर्ष 23-24 मे प्रस्तावित अनुपूरक बजट का आकार 26 हजार 760 करोड़ 67 लाख रुपए का है।
- राजस्व लेखे का व्यय – 19 लाख 46 हजार 39 करोड़ रुपए का है।
- पूंजी लेखे का व्यय – 9,714 करोड़ रुपए का है।
- प्रस्तावित अनुपूरक मांग मे नई मांग की कुल धनराशि – 7,421.21 करोड़ रुपए के प्रस्ताव सम्मिलित हैं।
- चालू योजनाओं मे इस हेतु – 21 हजार 339.46 करोड़ रुपए के प्रस्ताव हैं।
- किसानों को मुफ्त बिजली के लिए 900 करोड़ रुपए।
- गन्ना बकाया के भुगतान के लिए 400 करोड़ रुपए।
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