मुश्किल समय में भाई ही भाई के आया काम, जेल जाने बचे अनिल अंबानी

कहते है मुश्किल समय में परिवार ही आपके काम आता है, और इसका उदाहरण अंबानी परिवार है जहां मुकेश अंबानी ने अनिल अंबानी की मदद को जेल जाने से बचा लिया. मुकेश अंबानी ने एरिक्सन के 550 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान कर दिया है. भाई-और भाभी द्वारा सही समय पर मदद मिलने पर अनिल ने उनका धन्यवाद किया और आभार भी जताया.


इतने बड़े संकट से उभरने के बाद आरकॉम के प्रवक्ता ने अनिल के हवाले से एक बयान में कहा, ”मैं अपने आदरणीय बड़े भाई मुकेश और भाभी नीता के इस मुश्किल वक्त में मेरे साथ खड़े रहने और मदद करने का तहेदिल से शुक्रिया करता हूं. समय पर यह मदद करके उन्होंने परिवार के मजबूत मूल्यों और परिवार के महत्व को रेखांकित किया है. मैं और मेरा परिवार बहुत आभारी है कि हम पुरानी बातों को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ चुके हैं और उनके इस व्यवहार ने मुझे अंदर तक प्रभावित किया है.


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क्या है मामला


दरअसल यह मामला अनिल की यह मामला अनिल के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस पर दूरसंचार उपकरण बनाने वाली स्वीडन की कंपनी एरिक्सन के करीब 550 करोड़ रुपये के बकाया का निपटारा करने से जुड़ा है. उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक अनिल को मंगलवार तक एरिक्सन का बकाया चुकाना था अन्यथा उन्हें न्यायालय की मानहानि के मामले में जेल जाना पड़ता. बहरहाल, आरकॉम ने सोमवार को तय समयसीमा खत्म होने से एक दिन पहले ही एरिक्सन को 550 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान कर दिया. अनिल अंबानी के साथ-साथ आरकॉम की दो इकाइयों के चेयरमैन छाया विरानी और सतीश सेठ पर जेल जाने का खतरा मंडरा रहा था.


ख़त्म किया करार


कंपनी के बयान में कहा गया है कि आरकॉम ने एरिक्सन का 550 करोड़ रुपये और उसके ब्याज का पूरा भुगतान कर दिया है. एरिक्सन को भुगतान करने के तुरंत बाद आरकॉम ने रिलायंस जियो के साथ दूरसंचार संपत्तियों की बिक्री के लिये दिसंबर 2017 में किया गया करार समाप्त करने की घोषणा कर दी. यह सौदा 17,000 करोड़ रुपये का था.


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करीब 15 माह पहले अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस की संपत्तियों की बिक्री अपने बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी को करने का करार किया था. दोनों समूहों ने सोमवार को इस करार को निरस्त करने की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार और ऋणदाताओं से मंजूरी मिलने में देरी और कई तरह की अड़चनों यह समझौता समाप्त किया जाता है.


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