यूपी उपचुनाव 2024: मायावती ने सीसामऊ सीट पर बदला प्रत्याशी, ब्राह्मण चेहरे पर लगाया दांव

बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र (Sisamau Seat) में प्रत्याशी बदलते हुए ब्राह्मण उम्मीदवार पर दांव खेला है। बसपा ने सेवानिवृत्त प्रवक्ता वीरेंद्र कुमार शुक्ला (Virendra Kumar Shukla) को अपना नया प्रत्याशी घोषित किया है। शुक्ला शिक्षक संघ की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। इससे पहले बसपा ने उन्हें कानपुर देहात के संदलपुर से जिला पंचायत सदस्य का प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह सीट अनुसूचित जाति जनजाति के लिए आरक्षित हो गई थी।

पहले रवि गुप्ता, फिर सपना गुप्ता और अब वीरेंद्र शुक्ला

सीसामऊ सीट के लिए बसपा ने पहले रवि गुप्ता को प्रत्याशी बनाया था। बाद में उनकी पत्नी सपना गुप्ता को टिकट देने पर सहमति बनी थी। हालांकि, मंगलवार देर शाम बसपा ने अचानक निर्णय लेते हुए सपना गुप्ता की जगह वीरेंद्र कुमार शुक्ला को उम्मीदवार घोषित कर दिया।

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तीस वर्षों से शिक्षक राजनीति में सक्रिय

अंबेडकरपुरम आवास विकास, कल्याणपुर निवासी वीरेंद्र कुमार शुक्ला बीएनएसडी शिक्षा निकेतन चुन्नीगंज में अंग्रेजी प्रवक्ता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वह पिछले 30 वर्षों से शिक्षक राजनीति में सक्रिय रहे हैं। उन्होंने शिक्षक संघ में शर्मा गुट के अंतर्गत कॉलेज इकाई के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है। इसके अलावा, वह महानगर इकाई में उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद पर भी रहे हैं।

बसपा का चुनावी समीकरण

बसपा जिलाध्यक्ष राजकुमार कप्तान ने बताया कि सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के लिए पहले से ही भेजे गए पैनल में वीरेंद्र कुमार शुक्ला का नाम शामिल था, इसलिए यह फैसला अचानक नहीं है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनावी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी बदलने का निर्णय लिया है। इस सीट पर जीत का रास्ता मुस्लिम, ब्राह्मण और दलित मतदाताओं के बीच उलझा हुआ है।

भाजपा और सपा के लिए चुनौतियां

भाजपा ने 1991 में पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन 2012 से समाजवादी पार्टी का ही कब्जा रहा है। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में सीसामऊ क्षेत्र से मिले वोटों ने यह साफ कर दिया कि भाजपा के लिए यह सीट अभी भी चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। वहीं, बसपा के लिए अपने कोर वोटर्स को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है, खासकर तब जब कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन में है।

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सीसामऊ सीट का मतदाता वर्ग

सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,69,770 मतदाता हैं, जिनमें करीब 1,10,000 मुस्लिम मतदाता हैं। वहीं, ब्राह्मण और अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या लगभग 60,000-60,000 है। भाजपा ने इस बार अनुसूचित जाति बस्तियों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है।

भाजपा की रणनीति

सीसामऊ सीट के लिए भाजपा के प्रभारी वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और सह प्रभारी आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल लगातार अनुसूचित जाति बस्तियों में संपर्क साध रहे हैं। वहीं, सांसद रमेश अवस्थी ने पांच जन चौपाल आयोजित कर स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया है। इस बार सीसामऊ सीट पर चुनावी लड़ाई दिलचस्प होती नजर आ रही है, जिसमें हर पार्टी अपने-अपने वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है।

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