SP-BSP गठबंधन में गांठ के बीच मायावती बोलीं- अखिलेश तो डिंपल को भी नहीं जीत दिला पाए, क्योंकि..

लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजावादी पार्टी का गठबंधन सफल न हो पाने के बाद मायावती ने एक बैठक कीं. इस बैठक में उन्होंने इस आशय के संकेत दिए कि आगामी उप चुनाव उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी. एक रिपोर्ट के अनुसार मायावती ने बैठक में कहा कि ‘समाजवादी पार्टी के मुखिया अपनी पत्नी डिंपल यादव की जीत तक सुनिश्चित नहीं कर सके.’


23 मई को संपन्न हुए चुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव, उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव हार गईं. वह दो बार से कन्नौज से सांसद थीं. उन्हें भारतीय जनता पार्टी के सुब्रत पाठक ने हराया.


बता दें कि सोमवार को लोकसभा चुनाव में हार के बाद बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख मायावती सोमवार को बसपा यूपी के पदाधिकारियों, सांसदों व लोकसभा प्रत्याशियों के साथ दिल्ली में बैठक की बैठक के दौरान मायावती ने कहा, “हमें गठबंधन का कोई खास फायदा नहीं हुआ. अखिलेश यादव वोटों का बंटवारा रोक नहीं पाए. हम गठबंधन की समीक्षा कर रहे हैं.


बीजेपी पर हमला बोलते हुए बसपा चीफ ने कहा, “लोकसभा चुनाव में इवीएम में बड़े स्तर पर धांधली की गयी. मायावती ने एक अहम फैसला लेते हुए सभी विधानसभा उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है. इससे पहले बसपा कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ती थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा ने अपना आखिरी उपचुनाव 2010 में लड़ा था.


बसपा प्रमुख मायावती ने बैठक में यह भी टिप्पणी की कि अखिलेश अपनी पत्नी डिंपल तक को नहीं जिता पाए. बता दें कि डिंपल यादव ने कन्नौज से चुनाव लड़ा था. दो बार की सांसद डिंपल यादव अपनी कन्नौज सीट भाजपा से हार गईं. उन्होंने कहा कि कन्नौज में यादव वोट नहीं मिले, हमारे पूरे वोट डिंपल को मिले. मायावती ने कहा कि परिणाम ने साफ संकेत दिया कि यादव समुदाय ने डिंपल यादव को वोट देने की बजाय भाजपा प्रत्याशी का समर्थन किया.


सूत्रों के अनुसार मायावती ने हार पर समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में बसपा सांसदों और जिलाध्यक्षों से कहा है कि पार्टी सभी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी और अब 50 फीसदी वोट का लक्ष्य लेकर राजनीति करनी है. मायावती ने बैठक के दौरान कहा कि शिवपाल यादव ने यादवों का वोट काटा है.


सूत्रों के हवाले से बताया गया कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को ऐलान किया कि यूपी में 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी चुनाव में उनकी पार्टी अकेले मैदान में उतरेगी. बीएसपी आम तौर पर उपचुनावों से दूर रहती है लेकिन अब वह न सिर्फ उपचुनाव के लिए ताल ठोकने की तैयारी में है, बल्कि ‘एकला चलो’ की राह पर है. मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों से उपचुनाव में अकेले लड़ने की तैयारी में जुटने को कहा है.


एसपी विधायक बोले- गठबंधन ना होता तो 25 सीटें जीतते

गठबंधन से बीएसपी को फायदा ना होने संबंधी मायावती के बयान के बाद एसपी विधायक हरिओम यादव ने कहा, ‘गठबंधन से सिर्फ मायावती को फायदा हुआ है. समाजवादी पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है. अगर गठबंधन नहीं हुआ होता तो एसपी 25 सीटें जीतती. यादव समुदाय ने उनके लिए वोट किया लेकिन बहनजी का वोट शेयर बीजेपी को गया.’ 


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